महलों के भूत

प्राचीन महल और किले केवल उनकी भव्यता और वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध नहीं हैं, बल्कि उनके भीतर छिपे रहस्यों, भूतिया कहानियों और किंवदंतियों के लिए भी जाने जाते हैं। इन संरचनाओं ने समय की धाराओं को सहा है और उनके साथ-साथ ऐसी कहानियों को भी संजोए रखा है जो आज भी लोगों के मन में […]

महलों के भूत

ज्ञानवापी का पौराणिक इतिहास

ज्ञानवापी – वह कथा जिसे कार्तिकेय ने अगस्त्य मुनि को सुनाया स्कंद पुराण हिंदू धर्म के प्रमुख ग्रंथों में से एक है, जिसमें “काशी खंड” में काशी नगर की महिमा, उसके पवित्र तीर्थस्थानों और पुरातन स्थलों का विस्तार से वर्णन किया गया है। इस खंड में काशी के प्राचीन स्थान ज्ञानवापी की कथा का वर्णन […]

ज्ञानवापी का पौराणिक इतिहास

When we are born we have enough, when we get educated we become more, when we become religious we leave everything and become less

What could you do less of? From the time of our birth we are taught only one thing that what you are is not enough, we have to become more, then to become more we start getting educated and then throughout our life we lose this valuable life in accumulating money, fame, getting a higher […]

When we are born we have enough, when we get educated we become more, when we become religious we leave everything and become less

पौराणिक कथाओं में -चौदह लोक

भारतीय पौराणिक कथाओं में ब्रह्मांड की संरचना बहुत जटिल और गूढ़ है। यह केवल एक भौतिक संसार तक सीमित नहीं है, बल्कि अनेकों लोकों की अवधारणा से भरा हुआ है। इस ब्रह्मांड में 14 लोकों का वर्णन किया गया है जो कि तीन मुख्य स्तरों में विभाजित हैं—स्वर्गलोक, भूर्लोक, और पाताललोक। ये लोक भारतीय धार्मिक […]

पौराणिक कथाओं में -चौदह लोक

पौराणिक कथाओं में -चौदह लोक

भारतीय पौराणिक कथाओं में ब्रह्मांड की संरचना बहुत जटिल और गूढ़ है। यह केवल एक भौतिक संसार तक सीमित नहीं है, बल्कि अनेकों लोकों की अवधारणा से भरा हुआ है। इस ब्रह्मांड में 14 लोकों का वर्णन किया गया है जो कि तीन मुख्य स्तरों में विभाजित हैं—स्वर्गलोक, भूर्लोक, और पाताललोक। ये लोक भारतीय धार्मिक […]

पौराणिक कथाओं में -चौदह लोक

निलावंती एक श्रापित ग्रंथ संपूर्ण कथा- 7

निलावंती को भगवान शिव के गणो में शामिल होने के लिये आवश्यक तावीज तो मिल गया था लेकिन उसने सोचा की वह जाने से पहले आज तक उसने जितना ज्ञान इकट्ठा किया है उसकी विरासत ग्रंथ के रूप में पीछे छोड़ना चाहती थी।

निलावंती एक श्रापित ग्रंथ संपूर्ण कथा- 7

शुभ संध्यासब्र करो कीबुरे वक्त का भीएक दिन अंत हो जाता है

शुभ संध्या
सब्र करो की
बुरे वक्त का भी
एक दिन अंत हो जाता है

शुभ संध्या
सब्र करो की
बुरे वक्त का भी
एक दिन अंत हो जाता है
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