
सभी धार्मिक मतों में ईश्वर के नाम जप की बड़ी महिमा कही गई है। हमारे ऋषि-मुनियों ने, संत-महात्माओं ने और सभी धार्मिक ग्रंथों में नाम जप की महिमा कही गई है। इसी लिए साधक दिन-रात नाम जप करते रहते हैं । कलियुग में तो नाम-जप ही मुख्य माना गया है। फ़िर भी कई बार साधकों के मन में संशय उठता है :
क्या भगवान के नाम जप से भगवान मिल जाते हैं?